पेट में ठंड लगने के आयुर्वेदिक उपचार: सर्दी में पेट दर्द और ऐंठन हैं ठंड लगने के लक्षण, जानें 7 घरेलू नुस्खे

सर्दियों का मौसम बहुत ही खुशनुमा होता है। कई लोग सर्दियों का सीजन काफी ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह मौसम बहुत ही खराब रहता है।

खासकर कमजोर इम्यून सिस्टम वालों के लिए सर्दियों का सीजन काफी कष्टदायी हो सकता है। वहीं, इस मौसम में जरा सी भी लापरवाही आपके लिए खतरनाक हो सकती है। सर्दियों में कई बार आपने देखा होगा कि कुछ लोगों को जब उल्टी-दस्त की शिकायत होती है, तो बड़े-बुजुर्ग कहते हैं, इसे ठंड लग गई है।

उस समय हमारे बुजुर्गों का कहने का मतलब यह है कि उसे पेट में ठंड लग गई है। शीत लहर की चपेट में आने से पेट में दर्द, ऐंठन और लूज मोसन होने लगता है।

इसी समस्या को पेट में ठंड लगना कहते हैं। पेट में ठंड लगने की परेशानी को दूर करने के लिए आप आयुर्वेदिक उपचार का सहारा ले सकते हैं। आज हम इस लेख में आपको पेट में ठंड लगने के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में बताएंगे।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

सिरसा के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि ठंड में शरीर में कई तरह की परेशानियां होती हैं। इसमें पेट दर्द की परेशानी भी प्रमुख है। खासतौर पर जब आपका खानपान सही नहीं होता है, तो ठंड में पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है।

इसके अलावा कमजोर इम्यूनिटी होने पर अगर आप थोड़ी सी लापरवाही बरततें हैं, तो आपकी परेशानी और अधिक बढ़ सकती है। इसलिए इस दौरान अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट करें।

सर्दी में ठंडी तासीर वाली चीजों को खाने से बचें। इस दौरान गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करें। इससे आपको काफी लाभ मिल सकता है।

1. मेथी का दाना और गर्म पानी

ठंड के मौसम में अगर आपको पेट में दर्द या फिर बैचेनी महसूस हो रही है, तो मेथी का दाना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इसका सेवन करने के लिए आधा चम्मच मेथी दाना भुन लें।

अब इसमें 1/4 नमक डालकर गर्म पानी के साथ इसका सेवन करें। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि मेथी की तासीर गर्म होती है, जो पेट में ठंड लगने की परेशानी से राहत दिलाने में आपकी मदद कर सकती है।

2. गर्म पानी से करें पेट की सिंकाई

ठंड के मौसम में पेट दर्द की शिकायत होने पर गर्न पानी से अपने पेट की सिंकाई करें। इससे आपको काफी आराम मिलेगा। पेट की सिंकाई करने के लिए एक थैली या बॉटल में गर्म पानी भर लें। अब इससे अपने पेट की सिंकाई करें। इससे आपको काफी सूकुन महसूस हो सकता है।

3. शहद का करें सेवन

ठंड से बचने के लिए शहद का सेवन आपके लिए लाभकारी हो सकता है। शहद में  बैक्टीरिया और वायरस को दूर करने का गुण छिपा होता है। इसके लिए 1 चम्मच नींबू का रस लें। इसमें 2 चम्मच शहद मिला लें। इस मिश्रण का सेवन करने से पेट में ठंड लगने की परेशानी से बच सकेंगे।

4. अजवाइन और हींग

ठंड में पेट में ऐंठन और दर्द से राहत पाने के लिए हींग और अजवाइन का सेवन करना भी आपके लिए लाभकारी हो सकता है। इसके लिए थोड़ा हींग लें। अब इसमें आधा चम्मच अजवाइन मिला लें। इसके बाद इसमें आधा चम्मक काला नमक मिलाकर चूर्ण तैयार कर लें।

इस चूर्ण का गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से पेट दर्द से आराम मिलेगा। साथ ही इस चूर्ण को आप स्टोर करके भी रख सकते हैं। नियमित रूप से इस चूर्ण को खाने से पाचन शक्ति मजबूत होती है।

5. केसर और शिलाजीत का करें सेवन

ठंड में पेट दर्द से आराम पाने के लिए केसर और शिलाजीत का सेवन आपके लिए लाभकारी हो सकता है। इसके लिए एक कढ़ाई लें।

अब इसमें 4 से 5 केसर के रेशे, 1 चम्मच शिलाजीत और 1 गिलास पानी डालकर इसे अच्छे से उबाल लें। इसके बाद इसे एक कप में छान लें।

अब इसमें 1 चम्मच शहद डालकर पी लें। दिन में 2 से 3 बार इस ड्रिंक का सेवन करने से ठंड लगने की परेशानी से राहत मिल सकता है। इससे आपका बॉडी टेम्प्रेचर भी सामान्य रहेगा।

6. तुलसी और काली मिर्च

ठंड में शरीर के तापमान को संतुलित करने के लिए तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

इसके लिए तुलसी, अदरक, कालीमिर्च , हल्दी और लौंग को एक साथ पानी में उबाल लें। अब इसे छानकर पी जाएं। इससे पेट की ठंड दूर होगी। साथ ही शरीर का तापमान भी संतुलित रहेगा।

7. धनिया और मेथी के बीज का मिश्रण

पेट में ठंड लगने पर किचन में रखे मसाले आपके लिए काफी लाभकारी हो सकते हैं। इसके लिए भुने हुए धनिया का बीज लें। अब इसमें जीराऔर मेथी के बीजों को मिलाकर पीस लें।

इसके बाद 1 कप पानी में इस मिश्रण को मिलाकर उबाल लें। अब इसमें थोड़ी सी मिश्री मिक्स करके पी जाएं। यह मसाला चाय आपको सर्दी की परेशानियों से दूर रख सकता है।

पेट को ठंड लगने पर आपको कुछ गर्म चीजों का सेवन करना चाहिए। ताकि पेट में हो रही समस्याएं दूर हो सकें। इसके अलावा इस दौरान ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन न करें।

इससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है। वहीं, अगर आपकी परेशानी ज्यादा बढ़ रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करेँ। ताकि समय पर आपका इलाज किया जा सके।

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