चुकंदर (Beetroot) सेहत के लिए रामबाण है. इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं चुकंदर (Beetroot) खाने से आपके शरीर को कितने फ़ायदे (Benifits of Beetroot) होते हैं.
Healthy Lifestyle :
शरीर को कई प्रकार के पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है. हम पोषक तत्वों को पाने के लिए विटामिन, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट वाली चीज़ें अपनी डाइट (Diet) में शामिल करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चुकंदर (Beetroot) सेहत के लिए रामबाण है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि चुकंदर (Beetroot) खाने से आपके शरीर को कितने फ़ायदे (Benifits of Beetroot) होते हैं.
हृदय रोगों से मुक्ति
चुकंदर के सेवन करने से दिल की बीमारियां और स्ट्रोक का ख़तरा कम हो जाता है. चुकंदर में भरपूर मात्रा में फोलेट यानी विटामिन B9 पाया जाता है, जिससे रक्त वाहिकाओं को होने वाले नुक़सान को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है.
स्टैमिना बढ़ाने में मददगार
चुकंदर में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं. चुकंदर खाने से या इसके जूस को पीने से स्टैमिना बढ़ता है. चुकंदर से निकलने वाला नाइट्रिक ऑक्साइड हमारी मांसपेशियों को मज़बूत करता है, कुछ लोग चुकंदर का रस पीकर वर्कआउट करते हैं.
इम्यून सिस्टम करता है मज़बूत
चुकंदर फ़ाइबर से भरपूर फल है. इससे पेट के भीतर के बैक्टीरिया से लड़ने में मदद मिलती है और इम्यून सिस्टम मज़बूत बना रहता है. कब्ज़ और अन्य पेट से जुड़ी बीमारी से बचने के लिए चुकंदर का इस्तेमाल किया जाता है.
ब्लड प्रेशर करता है कंट्रोल
चुकंदर में नाइट्रेट में स्वाभाविक रूप से उच्च होते हैं. जो बॉडी में नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाते हैं. ये यौगिक रक्त वाहिकाओं को शिथिल और चौड़ा करके रक्तचाप को कम करने में मददगार हैं.
हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मददगार
अगर शरीर के भीतर खून की कमी महसूस होती है तो चुकंदर को डाइट में शामिल करने से ये समस्या दूर हो जाएगी. यदि चुकंदर के पीस नहीं खाना चाहते हैं तो चुकंदर के रस का सेवन भी कर सकते हैं.
ग्लोइंग स्किन
चुकंदर में मौजूद विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रूरी है. चुकंदर के सेवन से न सिर्फ़ आंतरिक फ़ायदे होते हैं बल्कि बाहरी फ़ायदे भी हैं. चुकंदर के सेवन करने से स्किन में पिम्पल, एक्ने, ड्रायनेस जैसी समस्याएं दूर होती है.
चुकंदर (बीटरूट) का इस्तेमाल कैसे करें :
चुकंदर (बीटरूट) को अपनी डाइट में शामिल करने के कई तरीके हैं:
आप चुकंदर (बीटरूट) को अपनी नियमित डाइट का हिस्सा बना सकते हैं; इसे सूप, सलाद में डाला जा सकता है, इसका जूस बनाया जा सकता है, कच्चा या पका कर खाया जा सकता है।
इसके फायदे प्राप्त करने के लिए आप चुकंदर (बीटरूट) का जूस भी पी सकते हैं।
आपको नियमित तौर पर चुकंदर (बीटरूट) का सेवन करने से पहले हमेशा अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। वे आपकी सेहत की स्थिति के हिसाब से इसका सही रूप और खुराक तय करने वाले सबसे सही इंसान होंगे। इसके अलावा, किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श किए बिना कोई भी जारी दवा या इलाज बंद न करें या इसे आयुर्वेदिक/हर्बल से रिप्लेस न करें।
चुकंदर (बीटरूट) के साइड इफेक्ट :
चुकंदर (बीटरूट) को नियमित डाइट का हिस्सा माना जाता है। हालांकि, इससे जुड़े कुछ साइड इफेक्ट भी बताए गए हैं:
जो लोग चुकंदर (बीटरूट) खाते हैं उनको लाल या गुलाबी रंग का पेशाब आ सकता है और वे इससे घबरा सकते हैं; चिंता न करें, ऐसा उन कंपाउंड के कारण है जो चुकंदर (बीटरूट) को ख़ास रंग देते हैं। यह खून नहीं है।
कई लोगों को चुकंदर (बीटरूट) खाने के बाद स्किन एलर्जी की शिकायत होती है।
अगर आपको चुकंदर (बीटरूट) का इस्तेमाल करने के बाद इनमें से किसी भी साइड इफेक्ट या एलर्जी का अनुभव होता है, तो इसका इस्तेमाल बंद कर दें और तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
चुकंदर (बीटरूट) का इस्तेमाल करते समय सावधानियां
आपको चुकंदर (बीटरूट) का इस्तेमाल करते समय यहां बताई जा रही सावधानियां रखनी चाहिए
गर्भवती महिला के लिए सावधानियां
गर्भावस्था के दौरान चुकंदर (बीटरूट) खाया जा सकता है। लेकिन सभी खाद्य पदार्थों की तरह, चुकंदर (बीटरूट) को भी कम मात्रा में खाना चाहिए।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सावधानियां
अगर आप स्तनपान कराने वाली महिला हैं तो चुकंदर (बीटरूट) खाने से शिशु में नाइट्रेट विषाक्तता नहीं होती है। बच्चा सुरक्षित है क्योंकि चुकंदर का नाइट्रेट कंटेंट स्तन के दूध में ज्यादा मात्रा में नहीं जाता है।
बच्चों के लिए सावधानियां
चुकंदर (बीटरूट) में नाइट्रेट कंटेंट काफी ज़्यादा होता है और अगर इसे सीधा शिशुओं को दिया जाए तो यह नाइट्रेट विषाक्तता का कारण बन सकता है। तीन महीने या उससे कम उम्र के बच्चों को चुकंदर (बीटरूट) नहीं देना चाहिए।
सेहत पर किसी भी किसी प्रभाव के लिए चुकंदर (बीटरूट) का इस्तेमाल करने से पहले, अपने डॉक्टर या फिजिशियन से उन सावधानियों के बारे में बात करें जिन्हें आपको चुकंदर (बीटरूट) का इस्तेमाल करते समय बरतने की आवश्यकता हो सकती है। अपने डॉक्टर से परामर्श करने से आपको बेहतर विकल्प चुनने और अपनी सेहत पर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ने से बचने में मदद मिलेगी।