आंवला को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्रीफल कहा गया है। वैदिक काल से ही आंवला का प्रयोग औषधि के रूप में किया जा रहा है।
पेड़-पौधे से जो औषधि बनती है उसको काष्ठौषधि कहते हैं और धातु-खनिज से जो औषधि बनती है उनको रसौषधि कहते हैं। इन दोनों तरह की औषधि में आंवला का इस्तेमाल किया जाता है। यहां तक कि आंवला को रसायन द्रव्यों में सबसे अच्छा माना जाता है यानि कहने का मतलब ये है कि जब बाल बेजान और रूखे-सूखे हो जाते हैं तब आंवला का प्रयोग करने पर बालों में एक नई जान आ जाती है। आंवला का पेस्ट लगाने पर रूखे बाल काले, घने और चमकदार नजर आने लगाते हैं।
चरक संहिता में आयु बढ़ाने, बुखार कम करने , खांसी ठीक करने और कुष्ठ रोग का नाश करने वाली औषधि के लिए अमला का उल्लेख मिलता है। इसी तरह सुश्रुत संहिता में आंवला के औषधीय गुणों के बारे में बताया गया है. इसे अधोभागहर संशमन औषधि बताया गया है, इसका मतलब है कि आंवला वह औषधि है, जो शरीर के दोष को मल के द्वारा बाहर निकालने में मदद करता है। पाचन संबंधित रोगों और पीलिया के लिए आंवला का उपयोग किया जाता है। इसे कई जगहों पर अमला नाम से भी जाना जाता है।
आंवला के फायदे
- बढ़ती है इम्युनिटी
- पाचन तंत्र रहता है सही
- डायबिटीज में सहायक
- स्किन और बालों के लिए फायदेमंद
- बालों की समस्या में आंवले के फायदे
- गले की खराश में आंवला के फायदे
- कब्ज में आंवला के फायदे
- बवासीर में आंवला के लाभ
1. बढ़ती है इम्युनिटी
सुबह खाली पेट आंवला खाने से शरीर में मौजूद गंदगी आसानी से बाहर निकल जाती है। इसमें विटामिन सी की मात्रा होती है, जो एक एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में काम करती है, जिससे इम्यूनिटी बढ़ाती है। इसके सेवन से इन्फेक्शन होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।
2. पाचन तंत्र रहता है सही
आंवले में फाइबर की भी अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है। जिससे पाचन सही रहता है, कब्ज की समस्या नहीं होती। खाली पेट इसका सेवन करने से से आपको नेचुरल लैक्सेटिव वाले गुण मिलते हैं जिसके कारण शरीर में जमा होने वाले सारे टॉक्सिंस बाहर निकल जाते हैं।
3. डायबिटीज में सहायक
आंवले का खाली पेट सेवन करना डायबिटीज मरीजों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। इसमें क्रोमियम की मात्रा पाई जाती है, जो ऊपर-नीचे होने वाले ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखती है। रोजाना आंवले का सेवन करना इन्सुलिन सेंसटिविटी को बढ़ाता है। आंवला में पॉलीफेनोल्स होते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से आपको बचाते हैं और डायबिटीज को मैनेज करना आसान बनाते हैं।
4. स्किन और बालों के लिए फायदेमंद
अगर आपके बालों की क्वॉलिटी लगातार खराब हो रही है। टूटना- झड़ना भी जारी है, तो इन सभी परेशानियों को दूर करने के लिए आंवले का सेवन करें। इसके अलावा अगर आपकी चेहरे पर रौनक नहीं है। दाग-धब्बों ने भी कर रखा है बहुत ज्यादा परेशान, तो इसे दूर करने के लिए भी खाली पेट आंवले का सेवन करें। आंवले का विटामिन सी तत्व स्किन को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में लाभदायक है।
5. बालों की समस्या में आंवले के फायदे
सफेद बालों की समस्या से हर उम्र के लोग जूझ रहे हैं। आंवला के मिश्रण का लेप लगाने से कुछ ही दिनों में बाल काले हो जाते हैं। 30 ग्राम सूखे आंवला, 10 ग्राम बहेड़ा, 50 ग्राम आम की गुठली की गिरी और 10 ग्राम लौह भस्म लें। इन्हें रात भर लोहे की कढ़ाई में भिगोकर रखें। अगर कम उम्र में बाल सफेद हो रहे हैं तो इस लेप को रोज लगाएं। कुछ ही दिनों में बाल काले होने लगते हैं।
6. गले की खराश में आंवला के फायदे
जब भी मौसम बदलता है तो आमतौर पर गले में खराश की परेशानी होने लगती है। ऐसे में आमला चूर्ण काफी फायदेमंद है। अजमोदा, हल्दी, आंवला, यवक्षार तथा चित्रक को समान मात्रा में मिला लें। 1 से 2 ग्राम आमला चूर्ण को 2 चम्मच मधु तथा 1 चम्मच घी के साथ चाटें। इससे गले की खराश दूर होती है।
7. कब्ज में आंवला के फायदे
आजकल की जीवनशैली या खान-पान की वजह से सभी लोग कब्ज से परेशान रहते हैं। 3-6 ग्राम त्रिफला चूर्ण को गुनगुने जल के साथ सेवन करें। इससे कब्ज में लाभ मिलता है।
8. बवासीर में आंवला के लाभ
अर्श यानि बवासीर कब्ज के कारण होने वाली बीमारी है। अक्सर जो लोग मसालेदार खाना खाते हैं उनको ये समस्या होती है। इसके लिए आंवला का उपयोग लाभ पहुंचाता है।
आँवलों को अच्छी तरह पीसकर एक मिट्टी के बरतन में (अन्दर की तरफ) लेप कर देना चाहिए। रोगी को इस बरतन में छाछ रखकर पीना चाहिए। इससे बवासीर में लाभ होता है
बवासीर में अधिक रक्तस्राव होता हो तो 3-8 ग्राम आंवला चूर्ण को दही की मलाई के साथ सेवन करें। ऐसा दिन में दो-तीन बार करें।