ब्रेक्फास्ट हमारे दिन का एक अहम हिस्सा होता है। इसलिए सुबह के नाश्ते में पौष्टिक खाना होना बेहद जरूरी है। ओट्स इसके लिए एक बेहतर विकल्प है। इसे खाने से आपके शरीर को कई जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं जो आपको बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं ओट्स को अपने ब्रेकफास्ट का हिस्सा बनाना आपके लिए कैसे लाभदायक हो सकता है।
एक सुपरफूड जो आपकी सेहत से जुड़ी सभी ज़रूरतों को पूरा करता है, वह है ओट्स। चाहे आपको भूख लगने पर एक क्विक मील चाहिए हो, या फिर पेट भरने वाला स्नैक या कुछ ऐसा जो सुबह नाश्ते के साथ आपको दिनभर के लिए एनर्जी दे। ओट्स अपने भरपूर पोषण और सेहत से जुड़े फायदों के लिए जाना जाता है।
ओट्स न सिर्फ पेट के लिए अच्छे होते हैं, बल्कि स्वादिष्ट होने के साथ लंबे समय तक पेट को भरा रखते हैं। ओट्स सबसे हेल्दी अनाज है, जो फाइबर, विटामिन-ई, फैटी एसिड्स और दूसरे तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
ओट्स खाने के फायदे
- फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत
- दिल की बीमारियों से बचाता है
- शुगर लेवल कम करता है
- एंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरपूर
- पोषण का खजाना
- इम्यूनिटी बूस्टर्स
- कैंसर के खतरे को कम करता है
- हड्डी के स्वास्थ्य को बेहतर करता है
1. फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत
फाइबर हमारी सेहत के लिए बहुत आवश्यक होता है। यह पाचन क्रिया में अहम भूमिका निभाता है। फाइबर खाने को हमारी इंटेस्टाइन में मूव करने में मदद करता है, जिससे भोजन के सभी पोषक तत्व, आसानी से अब्जॉर्ब हो पाते हैं। इससे कब्ज की समस्या नहीं होती है और इंटेस्टाइन में पाए जाने वाले, हेल्दी बैक्टिरीया को बढ़ने में मदद मिलती है।
2. दिल की बीमारियों से बचाता है
बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों को देखते हुए, दिल का ख्याल रखना और भी जरूरी होता जा रहा है। ओट्स में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो कोलेस्टॉल कम करने में मददगार होता है। साथ ही, इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सिडेंट्स इंफ्लेमेशन से बचाव करते हैं, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
3. शुगर लेवल कम करता है
शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ने की वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, जो डायबिटीज का कारण बनता है। ओट्स, डायबिटीज नाम की इस मुसीबत से बचने में आपकी मदद कर सकता है। इसमें फाइबर पाया जाता है और इसका ग्लाइसिमिक इंडेक्स भी कम होता है। इन वजहों से, पेट काफी देर तक भरा रहता है और ब्लड में शुगर जल्दी अब्जॉर्ब नहीं होता, जो डायबिटीज का खतरा कम करता है।
4. एंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरपूर
एंटी-ऑक्सिडेंट्स शरीर के फ्री रेडिकल डैमेज को कम करने में मदद करते हैं। ओट्स में इसमें पाए जाने वाले खास एंटी-ऑक्सिडेंट्स, इंफ्लेमेशन से बचाने में फायदेमंद होते हैं और ब्लड प्रेसर भी कम करते हैं।
5. पोषण का खजाना
ओट्स में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इसे एक हेल्दी ब्रेकफास्ट बनाते हैं। इसमें विटामिन-बी, आयरन, जिंक, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, कॉपर और फोलेट पाए जाते हैं। पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ ही, इसमें कैलोरी कम होती है, जिस वजह से वजन कम करने में यह काफी मददगार होता है।
6. इम्यूनिटी बूस्टर्स
ओट्स में घुलनशील फाइबर और बीटा-ग्लूकैन होता है। वाइट ब्लड सैल्स (डब्ल्यूबीसी), हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के रक्षक, में बीटा-ग्लूकैन को एब्सोर्प करने के लिए खास रिसेप्टर्स मौजूद होते हैं। बीटा-ग्लूकैन डब्ल्यूबीसी को स्टिमुलेट करता है और उन्हें इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है।
बीटा-ग्लूकैन शरीर को एंटीबायोटिक दवाओं के लिए ज़्यादा संवेदनशील भी बनाते हैं और घावों को जल्दी भरने में मदद करते हैं। बीटा-ग्लूकैन्स फंगस, बैक्टीरिया, वायरस और पैरासाट्स से होने वाले कई तरह के इन्फेक्शन्स से लड़ने के लिए मैक्रोफेज, न्यूट्रोफिल और प्राकृतिक किलर सैल्स की गतिविधि को भी बढ़ाते हैं।
7. कैंसर के खतरे को कम करता है
ओट्स लिगनान्स से भरपूर होते हैं जो ओवरी, ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर जैसे कैंसरों से संबंधित हार्मोनल गड़बड़ी से लड़ते हैं।
विटामिन सी और भरपूर मात्रा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के साथ मिलकर ये ओट्स, कैंसर पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं।
ओटमील में एवेन्थ्रामाइड्स भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते है, एवेन्थ्रामाइड्स ऐसे अनोखे कंपाउंड हैं जो सूजन से लड़ते हैं और स्वस्थ कोशिकाओं पर कोई हानिकारक प्रभाव डाले बिना कैंसर कोशिकाओं के अनचाहे विकास को रोकते हैं।
8. हड्डी के स्वास्थ्य को बेहतर करता है
ओट्स सिलिकॉन से भरपूर होते हैं जो हड्डियों को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
इसलिए, नियमित रूप से ओट्स खाने पर पोस्टमेनोपॉज़ल ऑस्टियोपोरोसिस वाली महिलाओं को काफी फायदा होता है