मोरिंगा एक ऐसा हर्ब है जिसका इस्तेमाल ज्यादातर दक्षिण भारतीय खाने में किया जाता है। मोरिंगा के पेड़ का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जाता है और इसके पत्ते, फूल और जड़ों को भी खाया जा सकता है। मोरिंगा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस पेड़ के सभी हिस्सों में भरपूर एंटी-ऑक्सीडेंट्स और पोषक तत्व पाए जाते है। इस चलते इसे जादूई मोरिंगा भी कहा जाता है। बता दें कि मोरिंगा के पाउडर को मोरिंगा के पत्तों से बनाया जाता है। ये पाउडर विटामिन ए से भरपूर होता है और इनमें पालक से भी ज्यादा आयरन पाया जाता है। आपने शायद पहले कभी मोरिंगा पाउडर का सेवन नहीं किया होगा लेकिन यहां हम बता रहे हैं वो कारण जिन्हें जानकर आपको भी इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बनाने का मन होने लगेगा. साथ ही, यहां इस पाउडर को तैयार करने का तरीका भी बताया जा रहा है।
मोरिंगा पाउडर के फायदे
- मिलती है उर्जा
- शरीर से निकलते हैं टॉक्सिन
- वजन घटाने में असरदार
- पाचन बेहतर करता है
1. मिलती है उर्जा
जब भी थकावट महसूस हो या लगे कि शरीर में बिल्कुल शक्ति नहीं बची है तब मोरिंगा पाउडर का सेवन करके देखें. यह पाउजर इंस्टेंट एनर्जी देता है। इसमें मैग्नीशियम और आयरन की अच्छी मात्रा होती है जो थकान और कमजोरी को दूर करती है।
2. शरीर से निकलते हैं टॉक्सिन
मोरिंगा पाउडर शरीर से टॉक्सिन निकालने में तेजी से असर दिखाता है। इस पाउडर में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और शरीर को अंदरूनी रूप से साफ करने में मददगार होते है।
3. वजन घटाने में असरदार
फाइबर से भरपूर मोरिंगा खाने पर पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है। इस चलते इसके सेवन से एक्सेस फूड इंटेक भी कम होता है और वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह पाउडर मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करने में भी अच्छा असर दिखाता है।
4. पाचन बेहतर करता है
मोरिंगा पाउडर में फाइबर की भरपूर मात्रा होने के चलते यह पाचन को बेहतर करने में असरदार है। खासकर कब्ज की दिक्कत से छुटकारा पाने के लिए मोरिंगा पाउडर का सेवन किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट को इंफेक्शंस से भी बचाए रखते है।