मुल्तानी मिट्टी अपने कई अनगिनत फायदों के कारण लंबे समय से स्किन केयर के लिए बड़े पैमाने पर प्रयोग की जाrती रही है। मुल्तानी मिट्टी एक तरह की नेचुरल मिट्टी है, जो सफेद या हल्के बादामी रंग की होती है। इसमें कई तरह के मिनरल्स और पोषक तत्व होते हैं, जो स्किन को नरिश करते हैं। मुल्तानी मिटटी ऑयली स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होती है, क्योंकि इसके अंदर ऑयल को निकालने की शक्ति होती है। मुल्तानी मिट्टी स्किन के पोर्स में मौजूद ऑयल को स्किन से एलिमिनेट कर देती है, जिससे स्किन में मौजूद ज्यादा ऑयल खत्म हो जाता है।
इससे स्किन चिकनी, मुलायम और चमकदार हो जाती है। व्यक्ति की स्किन पर मौजूद पोर्स को ऑयल-फ्री करके मुल्तानी मिट्टी एक्ने जैसी समस्या को भी दूर करती है। मुल्तानी मिट्टी को प्रयोग करने के लिए आप इसे अन्य चीजों जैसे गुलाब जल आदि के साथ मिलाकर घर पर फेस पैक बनाकर भी लगा सकते हैं।
मुल्तानी मिट्टी के फायदे
- कील-मुंहासों का रामबाण इलाज है
- ऑयली स्किन के लिए
- सामान्य स्किन के लिए
- मुंहासों के निशानों के लिए
- एलर्जी से छुटकारा मिलता है
- ब्लड सर्क्यूलेशन बढ़ता है
- सूजन कम होती है
- एंटीसेप्टिक गुण
- पिग्मेंटेशन कम होती है
1. कील-मुंहासों का रामबाण इलाज है
कील-मुंहासों को जड़ से खत्म करने के लिए मुल्तानी मिट्टी बेहद कारगर है। इसके लिए आपको मुल्तानी मिट्टी को पिसे हुए चन्दन, गुलाब जल और नीम की पत्ती के पाउडर के साथ मिलाकर पेस्ट बनाना है, फिर इसे अच्छी तरह लगाने के बाद धो लें और फर्क देखें।
2. ऑयली स्किन के लिए
अगर आपकी स्किन ऑयली है तो, आप मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल के साथ मिलाएं और एक पेस्ट बनाएं। पेस्ट बनने के बाद इसे चेहरे पर लगाएं, ध्यान रहें कि होंठों और आंखों के आस-पास के क्षेत्र इसके संपर्क में न आएं।
3. सामान्य स्किन के लिए
अगर आपकी स्किन सामान्य है यानि न ज्यादा ड्राई है और न ही ऑयली हैं तो, आप मुल्तानी मिट्टी को शहद और दही के साथ मिलाकर पेस्ट बनाकर लगा सकतीं हैं। इसे चेहरे पर लगभग 20 से 30 मिनट के लिए लगाएं और इसे धो लें।
4. मुंहासों के निशानों के लिए
ऐसा कई बार होता है जब हमारे चेहरे पर कोई कील-मुंहासे होने के बाद उसके दाग-धब्बे रह जाते हैं। मुल्तानी मिट्टी उन दाग-धब्बों से भी आपको निजात दिलाती है।
इसके लिए आप मुल्तानी मिट्टी में गुलाब जल और नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बनाएं और फिर चेहरे पर लगाएं। सूखने पर इसे धो लें और इसे कुछ दिनों पर ऐसे ही प्रयोग करने में आपको परिणाम साफ़ दिखने लगेगा।
5. एलर्जी से छुटकारा मिलता है
अगर आपको कोई एलर्जी या इंफेक्शन है, तो बस दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल के साथ मिलाएं और इसे एलर्जी वाली जगह पर लगा लें। आपको इसकी ठंडक से फौरन आराम मिलेगा।
6. ब्लड सर्क्यूलेशन बढ़ता है
इसे त्वचा या फिर स्कैल्प पर लगाने से ब्लड सर्क्यूलेशन में सुधार हो सकता है। शरीर का ब्लड सर्क्यूलेशन जब बेहतर होता है, तो इससे अनावश्यक डेड स्किन निकल जाती है।
7. सूजन कम होती है
मुल्तानी मिट्टी ठंडी होती है इसलिए त्वचा की सूजन पर इसे लगाने से आपको आराम पहुंच सकता है। साथ ही सूजन जल्द कम होगी और स्किन चमकेगी भी।
8. एंटीसेप्टिक गुण
मुल्तानी मिट्टी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो घाव का इलाज करने में कारगर साबित होते हैं। बस इसे चोट पर एक पेस्ट की तरह लगाएं, इससे आप कुछ ही देर में बेहतर महसूस करेंगे।
9. पिग्मेंटेशन कम होती है
लगातार सूरज की किरणों के संपर्क में आने से पिग्मेंटेशन की समस्या हो सकती है। इस समस्या के लिए आप मुल्तानी मिट्टी में नारियल पानी और चीनी को मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे चेहर पर लगा लें। इससे पिग्मेंटेशन काफी कम हो सकती है।